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CA Yogesh Birla |
पिछले वर्ष 2020 की तरह इस वर्ष भी कोरोना की दूसरी लहर से Loan की EMI भरने वालो को राहत देने हेतु Reserve Bank of India ने 6 मई 2021 को Restructuring Plan 2.0 के तहत, नई स्कीम की घोषणा की है ।
Restructuring Plan 2.0 में 25 करोड़ रुपए तक के व्यक्तिगत कर्जदार, छोटे कारोबार और MSME को राहत दी गई है। एक ही शर्त है कि 31 मार्च 2021 को Loan Account - Standard
होना चाहिए……. यानी उसमें किसी तरह का Default नहीं होना चाहिए। इस प्लान के तहत कर्जदार को अपने बैंक से संपर्क करना होगा और वे दो साल तक का Moratorium ले सकेंगे। इसके लिए आवेदन करने की Last date 30 September,
2021 तय की गई है।
- यदि आप अपने लोन की EMI नहीं चुका पा रहे हैं तो 31 सितंबर 2021 तक अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं… Loan Restructuring option पर बात कर सकते हैं।
- बैंक आपकी बची हुई लोन राशि, आपके रीपेमेंट ट्रैक रिकॉर्ड, आपकी आय आदि को ध्यान में रखते हुए, आपका लोन रीस्ट्रक्चर कर सकता है।
- इसमें अधिकतम दो साल तक का EMI Holiday या Loan Repayment Period बढ़ाना शामिल है।
- जिन लोगों ने पिछले साल रीस्ट्रक्चरिंग का लाभ उठाया, वे भी नए मोरेटोरियम के तहत अपने लोन रीपेमेंट पीरियड को दो साल बढ़ा सकते हैं।
लेकिन, लोन रीस्ट्रक्चरिंग के लिए आवेदन देने से पहले इतना ध्यान रखें कि :
- अगर आप बिना रीस्ट्रक्चरिंग के भी अपनी EMI को चुका सकते हैं तो रीपेमेंट पीरियड बढ़ाने या मोरेटोरियम की कतई न सोचें।
- EMI हॉलीडे से लेकर रीपेमेंड पीरियड बढ़ाने तक का फैसला बैंक का होगा।·
- रीस्ट्रक्चरिंग प्लान की शर्तें बैंक तय करेगा। जब वह आपको योग्य समझेगा, तभी रीस्ट्रक्चरिंग प्लान को मंजूरी देगा।·
- रीस्ट्रक्चरिंग प्लान को अंतिम हथियार के तौर पर चुनें। यह स्थायी राहत नहीं है।·
- किसी भी मोरेटोरियम या रीपेमेंट पीरियड बढ़ाने का आवेदन करना आपके लिए महंगा साबित होगा क्योंकि इससे आपको अधिक ब्याज चुकाना होगा।·
- आप रीस्ट्रक्चरिंग प्लान ले रहे हैं तो पता कर लें कि आपको कितना ब्याज अतिरिक्त चुकाना होगा। उसे ध्यान में रखकर आप जल्द से जल्द उसका भुगतान करने की योजना बनाएं। इससे आपको अधिक ब्याज का भुगतान बैंकों को नहीं करना होगा।
अगर आपने Home Loan Restructuring कराया तो कितना ज्यादा ब्याज चुकाना होगा ???
- अगर आप रीस्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुनते हैं तो आपका रीपेमेंट पीरियड दो साल बढ़ जाएगा। यानी अगर 20 साल का लोन है तो 22 साल तक उसका रीपेमेंट करना होगा।·
- अगर ब्याज दर 8% ही रहती है तो 25 लाख रुपए के बकाया पर आपको approx 3 लाख और 50 लाख रुपए के बकाया पर 6 लाख रुपए additional interest चुकाना होगा।
- Interest Rate and Outstanding Amount के आधार पर आपके अकाउंट में लगने वाला Additional Interest कम या ज्यादा हो सकता है।·
- आपको यह भी देखना होगा कि बैंक आपको रीस्ट्रक्चरिंग के वक्त क्या ऑफर दे रहा है। यह ऑफर रीपेमेंट हिस्ट्री, क्रेडिट स्कोर और बकाया राशि के आधार पर हर कर्जदार के लिए अलग-अलग हो सकता है ।
निश्चित जानकारी हेतु अपने Bank या Loan देनेवाली संस्था से संपर्क करें। यहाँ लिखित तथ्य, सिर्फ आपकी जानकारी हेतु है, यह किसी ऑफर या बाध्यता हेतु नही है ।
contributed by :
Birla WP Management
read my blogs : www.YogeshBirlaCA.Blogspot.com
Plz be continue for update and gaidence..... thanks a lot.
ReplyDeleteThanks for motivation
DeleteRgds,
CA Yogesh Birla
Are home loans included in this scheme ? Sure ?
ReplyDeleteYes....
DeleteThanks for motivation
Rgds,
CA Yogesh Birla
Are home loans included in this scheme ? Sure ?
ReplyDeleteThanks for guidance
ReplyDeleteThanks for motivation
DeleteRgds,
CA Yogesh Birla
thanks for this guidance please update new guidance
ReplyDeleteThanks for motivation
DeleteRgds,
CA Yogesh Birla
Thank you for the detailed information. This is highly informative.
ReplyDeleteBest wishes!
Thanks for motivation
DeleteRgds,
CA Yogesh Birla
Thank you sir for the updation 🙏
ReplyDeleteThanks for motivation
DeleteRgds,
CA Yogesh Birla