Monday, April 20, 2020

उद्योग एवं व्यापार ; लोकल से ग्लोबल प्रतिस्पर्धा..... कोरोना परिदृश्य

हम बात कर रहे है विश्व की सबसे भीषण चुनौती कोरोना महामारी के इस परिदृश्य में; कोरोना सिर्फ एक चिकित्सकीय बीमारी ही नही है, परंतु वैश्विक अर्थव्यवस्था को कई दशक पीछे ले जाने वाली भयानक आर्थिक बीमारी है हम इसको राजनीतिक या अन्य पहलू नही दे कर, सिर्फ उद्योगपति एवं व्यवसायी के हितों के अनुसार ही विवेचन करेंगे

कोरोना महामारी से पहले भी भारतीय व्यापार एवं उद्योग मंदी के दौर से गुजर रहा था यह मंदी सिर्फ हमारे देश की व्यवस्थाओं से नही, बल्कि वैश्विक व्यावसाई वातावरण से ज्यादा प्रभावित थी । बदलते समय के साथ भारत भी बदलता गया, वैश्विक व्यापार के माध्यम बदलते गए, परंतु नही बदला तो वो मध्यमवर्गीय व्यापारी एवं उद्योगपति, जो इस बदलाव की अनिवार्यता को समझ ही नही पाया दशकों से व्यापार करने वाले व्यवसायी ने सोचा कि उसकी व्यक्तिगत कुशलता ही उसके व्यापार संचालन का गूढ़ तत्व है, एवं उसने बदलती तकनीक, ऑनलाइन संचार साधनों आदि को अपनाना जरूरी नही समझा, एवं ट्रेडिशनल व्यापारी एवं उद्योगपति पिछड़ता गया

समय के साथ आगे बढ़ने हेतु उद्योगपतियों एवं व्यवसायियो को क्या करना पड़ेगा  :-

1.  उद्योगों के वैश्विक वातावरण का निरंतर अध्ययन जरूरी है
2.  अपने उत्पाद का कच्चा माल कहाँ सबसे सस्ता मिलता है, यदि विदेश से इम्पोर्ट जरूरी है तो प्रबंध करे
3.  श्रमिको के काम को मशीनों से कैसे करवाना है, इस हेतु चीन, जर्मनी आदि की तकनीकों का अध्ययन करें
4.  नवीनतम तकनीकों की मशीनों में निवेश करें
5.  गुणवत्ता पर सबसे अधिक ध्यान दे एवम रिसर्च का एक डिपार्टमेंट जरूर रखे
6.  नई पीढ़ी के बच्चो को यात्रा करने की आदत डलवाएं, उनको उद्योग मेलो में जा कर नई तकनीकों से अवगत होने को बाध्य करें
7.  ERP जैसे सॉफ्टवेयर्स द्वारा अपने उद्योगों को संचालित करें
8.  व्यवसाय को पारिवारिक वातावरण से निकल कर पेशेवर बनने हेतु फ्लेक्सिबल बने
9.  पुरातन आदतें छोड़ कर, अच्छे एडवाइजर, कंसलटेंट को उचित भुगतान कर उनकी राय को तवज्जो दीजिये, क्योंकि वह दुनिया भर के नए प्रयोगों को देखते है, एवम आपको सभी तरह से गाइड कर सकते है
10.  फाइनेंस मैनेजमेंट हेतु अच्छे निवेशकों एवं बैंको से सम्पर्क बनाये, एवम कम व्याज पर फण्ड लाने हेतु अच्छे फाइनेंसियल एडवाइजर अपॉइंट करें
11.  बैकवर्ड एवम फारवर्ड इंटीग्रेशन करके लागत को कम करें एवं वॉल्यूम को बढ़ाए
12.  अपनी टीम को समय समय पर ट्रेनिंग दे एवं स्किल को सुधारें
13.  व्यपारियो को अपना वितरण तंत्र सुधारना होगा, इसको ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनियों जैसा बनाये
14.  फ़ास्ट डिलीवरी करने से वर्किंग कैपिटल पर ब्याज की बचत करे
15.  ग्राहकों की समस्याओं को सुनकर, तुरंत समाधान प्रदान करे, जैसा कि वैश्विक ऑनलाइन कंपनियां करती है
16.  क्लाउड सॉफ्टवेयर द्वारा माल की खरीद से वितरण तक कि परिधि बनाये
17.  अपना व्यापार एक ही जगह पर सीमित ना रखे, इसको अन्य जगहों पर भी फैलाये, एवं सॉफ्टवेयर द्वारा अपने मोबाइल से ही कंट्रोल करें
18.  अपने उत्पाद से संबंधित अन्य उत्पादों का भी व्यवसाय शुरू करे, जिससे बिक्री आसान होगी
19.  बैंको से वर्किंग कैपिटल लिमिट्स बनाते समय पेशेवर कंसल्टेंट्स की सहायता ले, जिससे लागत कम होगी, एवं फंड अधिक मिलेगा
20.  अधिक से अधिक डिजिटल माध्यमो का उपयोग करें
21.  रोज कुछ नया सीखने का प्रयास करें, एवम समयानुसार व्यावसायिक प्रैक्टिस को बदलें
22.  अन्य सुझाव उद्योग के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं, इसकी केस स्टडी अच्छे बिज़नेस कंसलटेंट से करवाये


कोरोना एक त्रासदी है, परंतु कोरोना लॉकडाउन के इस समय को उपयोगी बनाये एवं नई सोच को जन्म दे आने वाला समय, बहुत ही प्रतिस्पर्धी समय है, अतः पहले से ही बहुत अधिक तैयारी से व्यवसाय का संचालन करना होगा अब आपकी प्रतिस्पर्धा बड़ी बड़ी ऑनलाइन कंपनियों, जैसे अमेज़न, फ्लिपकार्ट, अलीबाबा, ईबे एवम  वैश्विक घरानों से है आज 10 लाख के निवेश की फैक्ट्री में बनने वाले उत्पाद का सीधा कम्पटीशन 5 लाख करोड़ मार्किट वैल्यू की कंपनी से होता है, अतः उनके सिस्टम को निरंतर अध्ययन करें, अथवा उनको समझने वाले योग्य पेशेवर एडवाइजर को अपने व्यवसाय में साथ रखें, तो समय आपका है..... 

Written by :
CA Yogesh Birla
Director
Birla WP Management
visit us at : www.YogeshBirlaCA.blogspot.com

2 comments:

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  2. बहुत अच्छी जानकारी है सर । काम शुरू करते फालो करे तो कभी भी दिक्कत न आए।👍

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